दोस्तों, जीवन में 'परिवार' का बहुत बड़ा महत्त्व है। परिवार के बिना जीवन अधूरा रहता है। परिवार के साथ हम अपने सारे सुख-दुःख बाँट सकते है। परिवार में आपको प्यार, मान-सम्मान, ज्ञान सब कुछ मिलता है। परिवार के सदस्यों में भले ही छोटी-मोटी तकरार होती रहे, लेकिन इसमें एक दूसरे के लिए आपस में प्रेम की भावना जरूर होती है। एक परिवार ही है जहाँ हम लोगों से आपस में प्यार करना, एक दूसरे का सम्मान करना, एक दूसरे पर विश्वास करना सीखते है। परिवार के मध्य ही रहकर ही हमें नैतिकता और परंपराओं का ज्ञान होता है। परिवार के मध्य ही रहकर हमें अपने कर्तव्यों और अधिकारों का भी ज्ञान होता है। साधारण शब्दों में कहें तो परिवार ही हमारे जीवन की चित्रकला का वो पन्ना है जिसे हम विभिन्न रंगों से भरते है।
तो दोस्तों, इन्ही रंगों से आपको हर्षित करने के लिए, हम आपके समक्ष साझा करते है कुछ परिवार पर कविताएँ। हमें आशा है कि, इन कविताओं के माध्यम से हमारी युवा पीढ़ी व बच्चों को परिवार का महत्त्व पता चलेगा।
परिवार पर कविताएँ | Poem on Family in Hindi
Poem on Family in Hindi |
Poem on Family in Hindi
मेरा ये परिवार
सबसे प्यारा, सबसे सुंदर,
मेरा ये परिवार है,
खुशियों का यह उपवन मेरा,
जहाँ खिलता हर दम प्यार है।
दादा-दादी के सानिध्य में,
बचपन हमारा बढ़ा हुआ,
आदर्शों की सीख मिली सदा,
जीवन गर्वित जिससे हुआ।
रहे सदा सर पर हाथ हमारे उनका,
ईश्वर से यही है दरकार।
सबसे प्यारा, सबसे सुंदर,
मेरा ये परिवार है,
खुशियों का यह उपवन मेरा,
जहाँ खिलता हर दम प्यार है।
माँ के आँचल की छांव मिली,
और पिता की उंगलियों की मजबूत सम्भल,
जिसके सहारे मैंने सीखा चलना,
और जिन्होंने सँवारा मेरा कल।
पूरा जन्म वार दूँ इनकी सेवा में,
क्योंकि ये ही मेरे है जीवन के आधार।
सबसे प्यारा, सबसे सुंदर,
मेरा ये परिवार है,
खुशियों का यह उपवन मेरा,
जहाँ खिलता हर दम प्यार है।
दोस्त जैसा भाई मिला,
और एक प्यारी बहना भी,
जिनके संग बीता बचपन का पल सुखमय,
और मिला नई उमंगों का साहिल भी।
रहे सलामत सदा ये,
मिले इन्हें खुशियाँ हज़ार।
सबसे प्यारा, सबसे सुंदर,
मेरा ये परिवार है,
खुशियों का यह उपवन मेरा,
जहाँ खिलता हर दम प्यार है।
- निधि अग्रवाल
परिवार पर कविताएँ
वही तो होता है परिवार
हर जरूरत का रखे जो ध्यान,
रिश्तों की जो है पहचान,
करके एक दूसरे का सम्मान,
बढ़ाये जो आपस का मान,
वही तो होता है परिवार।
जो न कभी छोड़े साथ,
हर काम में बँटायें जो हाथ,
जिसके होने से बन जाती है सब बात,
जिसके होने से मिल जाता हर कष्टों से निजात,
वही तो होता है परिवार।
है जो खुशियों का बागवान,
है जो उम्मीदों का आसमान,
पूरे हो जाते जहाँ सारे अरमान,
है स्वर्ग जैसा जहाँ एक जहान,
वही तो होता है परिवार।
हो जहाँ रूठना भी,
और प्यार से मनाना भी,
छोटे-मोटे झगड़े भी,
हो जहाँ प्यार की सौगात।
वही तो होता है परिवार।
- Nidhi Agarwal
Parivar Par Kavita
बदल गया परिवार
कितना बदल गया है परिवार,
सयुक्त परिवार की जगह,
सबके होने लगे एकल परिवार,
बदल गए सब रिश्तों के मायने,
बदल गए सबके आचार-विचार,
कितना बदल गया है परिवार।
मिलती थी जो सीख बड़ों से,
मिलता था जिससे संस्कार,
अब कहाँ मिल पाता है बच्चों को,
दादा-दादी का वो प्यार।
कितना बदल गया है परिवार।
एकाकीपन सा हो गया जीवन सबका,
सब बस धन कमाने का रह गया व्यापार,
नही बचा वक़्त अपनों के खातिर भी,
जीवन में खत्म हो रहा अपनों का भी प्यार।
कितना बदल गया है परिवार।
खेल खिलौनों की जगह पर,
है मोबाइल-कम्प्यूटर का राज,
नही रह गयी वो दादी-नानियों की कहानियाँ,
बसता था जिसमें अपनी खुशियों का संसार।
कितना बदल गया परिवार।
अंग्रेजी शिक्षा ने तो अब रिश्तों का मतलब बदल दिया,
आंटी-अंकल शब्द ने सब रिश्तों को एक में तौल दिया।
हो गए सब मॉडर्न इतने, छाया सब पर पश्चिमी सभ्यता का खुमार।
कितना बदल गया परिवार।
- निधि अग्रवाल
हमें आशा है कि आप सभी को यह Poem on Family in Hindi अवश्य पसंद आयी होगी। हम अपनी कविताओं के माध्यम से आपको परिवार के महत्त्व से आपको अवगत कराना चाहते है और उसकी विशेषता बताना चाहते है।
खेल खिलौनों की जगह पर,
ReplyDeleteहै मोबाइल-कम्प्यूटर का राज,
नही रह गयी वो दादी-नानियों की कहानियाँ,
बसता था जिसमें अपनी खुशियों का संसार।
कितना बदल गया परिवार?
अंग्रेजी शिक्षा ने तो अब रिश्तों का मतलब बदल दिया,
आंटी-अंकल शब्द ने सब रिश्तों को एक में तौल दिया।
हो गए सब मॉडर्न इतने, छाया सब पर पश्चिमी सभ्यता का खुमार।
कितना बदल गया परिवार?
✍️🤔
Beautiful lines...
DeleteAmazing lines
DeleteWonderful lines
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