हम सबके जीवन में अगर कोई महत्वपूर्ण स्थान रखता है तो वो है शिक्षक। हमारे जीवन में ज्ञान का दीपक जलाने में एक शिक्षक की एहम भूमिका होती है, यह बाती बन हमारे जीवन को रौशन करता है। जीवन की शुरुआत में एक माँ एक अच्छी शिक्षक बन हमारे जीवन को सजाती है, संवारती है और ज्ञान का दिया जलाती है और हमें पाल पोस कर बड़ा करती है और फिर हमको दूसरे शिक्षक से ज्ञान लेने के लिए पढ़ने भेजती है। अतः जब तक हमारा जीवन है तब तक हमें सीखते रहना है और जो हमें सिखाता है वो हमारे लिए एक अच्छा शिक्षक बन जाता है।
हम सबको अपने जीवन में एक शिक्षक की भूमिका को अच्छी तरह समझना चाहिए। अतः शिक्षक की महत्वता और उनके प्रति आदर को समझने हेतु हम आपके समक्ष कुछ शिक्षक पर कविताएँ लेकर प्रस्तुत हुए है।
हमें आशा है कि आप सबको हमारे द्वारा प्रस्तुत की गयी Poem on Teachers in Hindi अवश्य पसंद आयी होगी। हमनें एक अच्छे शिक्षक के लिए अच्छी भावनाएँ अपनी कविताओं के माध्यम से आप सबके समक्ष प्रस्तुत करने की कोशिश की है। यह कविताएँ बहुत ही सरल भाषा में लिखी गयी है जिनसे हमारे छात्रों को व अन्य पाठकों को अधिक लाभ मिल सके, ताकि आप सब एक शिक्षक की भूमिका को अच्छी तरह समझ सकें।
हम सबको अपने जीवन में एक शिक्षक की भूमिका को अच्छी तरह समझना चाहिए। अतः शिक्षक की महत्वता और उनके प्रति आदर को समझने हेतु हम आपके समक्ष कुछ शिक्षक पर कविताएँ लेकर प्रस्तुत हुए है।
शिक्षक पर कविताएँ | Poem on Teachers in Hindi
Poem on Teachers in Hindi |
Poem on Teachers in Hindi
ज्ञान का दीपक
शिक्षक दीपक ज्ञान का,
मिट जाता जिससे तम अज्ञान का।
बाती बन वह जलता है,
बन सच्चा पथ-प्रदर्शक वह
जीवन-पथ करता आलोकित,
पथ हो दुर्गम या कंटक भरे,
हार हो या जीत हो,
कभी नही होने देता वह हतोउत्साहित,
भर साहस मन में,
करता वह हरदम प्रोत्साहित।
मिलाकर वह लक्ष्य से,
अवसर देता वह सम्मान का।
शिक्षक दीपक ज्ञान का,
मिट जाता जिससे तम अज्ञान का।
जीवन में जिसको अपने,
सच्चा शिक्षक मिल जाता है।
उसके जीवन का हर लक्ष्य,
सहज सफल हो जाता है।
गुरु के सच्चे आदर्शो से,
होता जीवन में नवल सवेरा।
गुरु ही देता है जीवन में,
नई मंजिल और स्वप्न एक नए आयाम का।
शिक्षक दीपक ज्ञान का,
मिट जाता जिससे तम अज्ञान का।
भविष्य के निर्माता
है भविष्य के निर्माता,
जिससे हो जीवन में संस्कारों का आवरण।
करता नमन मैं ऐसे गुरुवर को,
जिनसे हो जीवन में नव जागरण।
विचारों को हमारें देते वह मंथन,
सत्य और असत्य का वह दिखाते दर्पण।
करता बंदन मैं ऐसे गुरुवर को,
जिनसे संभव हो जीवन में गुणों का संचयन।
वह ही पथ-प्रदर्शक और,
जीवन का आधार।
करता मैं अभिनंदन ऐसे गुरुवर को,
जिनसे हो रहा स्वप्न इस जग का साकार।
पर्वत से भी ऊँचे,
जिनके जीवन के आदर्श।
क्या करूँ मैं उनको अर्पण,
सर्वष्य उनको है समर्पण,
वह है मेरे जीवन के उच्चादर्श।
गुरु का सच्चा ज्ञान
गुरु के सच्चे ज्ञान से ही,
जीवन हो जाता है प्रकाशित।
गुरु की कृपा मिल जाती जिसको,
हो जाता उसका जीवन गर्वित।
बिन गुरु के ज्ञान के,
जीवन का नही है मोल।
मिल जाता जब ज्ञान गुरु का,
जीवन तब बन जाता अनमोल।
गुरु की वाणी है ज्ञान-रस का सागर,
जिससे मन हो जाता है निर्मल।
जो इस रस का पान करें,
बन जाता उसका जीवन अमृत।
गुरु के आदर्शो से,
जीवन का होता है उत्थान।
जो इन आदर्शों पर चलता,
मिलता है उसको हरदम सम्मान।
गुरुओं का जीवन में,
कभी नही करना अपमान।
गुरु ईश्वर तुल्य है,
गुरु सा इस जगत में, है कोई नही महान।
शिक्षक दीपक ज्ञान का,
मिट जाता जिससे तम अज्ञान का।
बाती बन वह जलता है,
बन सच्चा पथ-प्रदर्शक वह
जीवन-पथ करता आलोकित,
पथ हो दुर्गम या कंटक भरे,
हार हो या जीत हो,
कभी नही होने देता वह हतोउत्साहित,
भर साहस मन में,
करता वह हरदम प्रोत्साहित।
मिलाकर वह लक्ष्य से,
अवसर देता वह सम्मान का।
शिक्षक दीपक ज्ञान का,
मिट जाता जिससे तम अज्ञान का।
जीवन में जिसको अपने,
सच्चा शिक्षक मिल जाता है।
उसके जीवन का हर लक्ष्य,
सहज सफल हो जाता है।
गुरु के सच्चे आदर्शो से,
होता जीवन में नवल सवेरा।
गुरु ही देता है जीवन में,
नई मंजिल और स्वप्न एक नए आयाम का।
शिक्षक दीपक ज्ञान का,
मिट जाता जिससे तम अज्ञान का।
- Nidhi Agarwal
शिक्षक पर कविता | Shikshak Par Kavita
भविष्य के निर्माता
है भविष्य के निर्माता,
जिससे हो जीवन में संस्कारों का आवरण।
करता नमन मैं ऐसे गुरुवर को,
जिनसे हो जीवन में नव जागरण।
विचारों को हमारें देते वह मंथन,
सत्य और असत्य का वह दिखाते दर्पण।
करता बंदन मैं ऐसे गुरुवर को,
जिनसे संभव हो जीवन में गुणों का संचयन।
वह ही पथ-प्रदर्शक और,
जीवन का आधार।
करता मैं अभिनंदन ऐसे गुरुवर को,
जिनसे हो रहा स्वप्न इस जग का साकार।
पर्वत से भी ऊँचे,
जिनके जीवन के आदर्श।
क्या करूँ मैं उनको अर्पण,
सर्वष्य उनको है समर्पण,
वह है मेरे जीवन के उच्चादर्श।
- Nidhi Agarwal
Teachers Day Par Kavita
गुरु का सच्चा ज्ञान
गुरु के सच्चे ज्ञान से ही,
जीवन हो जाता है प्रकाशित।
गुरु की कृपा मिल जाती जिसको,
हो जाता उसका जीवन गर्वित।
बिन गुरु के ज्ञान के,
जीवन का नही है मोल।
मिल जाता जब ज्ञान गुरु का,
जीवन तब बन जाता अनमोल।
गुरु की वाणी है ज्ञान-रस का सागर,
जिससे मन हो जाता है निर्मल।
जो इस रस का पान करें,
बन जाता उसका जीवन अमृत।
गुरु के आदर्शो से,
जीवन का होता है उत्थान।
जो इन आदर्शों पर चलता,
मिलता है उसको हरदम सम्मान।
गुरुओं का जीवन में,
कभी नही करना अपमान।
गुरु ईश्वर तुल्य है,
गुरु सा इस जगत में, है कोई नही महान।
- Nidhi Agarwal
हमें आशा है कि आप सबको हमारे द्वारा प्रस्तुत की गयी Poem on Teachers in Hindi अवश्य पसंद आयी होगी। हमनें एक अच्छे शिक्षक के लिए अच्छी भावनाएँ अपनी कविताओं के माध्यम से आप सबके समक्ष प्रस्तुत करने की कोशिश की है। यह कविताएँ बहुत ही सरल भाषा में लिखी गयी है जिनसे हमारे छात्रों को व अन्य पाठकों को अधिक लाभ मिल सके, ताकि आप सब एक शिक्षक की भूमिका को अच्छी तरह समझ सकें।
EDITED BY- Somil Agarwal
Bahut achi poems hai
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