हमारा भारत देश त्यौहारों का देश है, जहाँ कई प्रकार के त्यौहार बड़ी धूम-धाम से मनाए जाते है। यही त्यौहार ही हम सब भारत वासीयों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहना और साथ-साथ चलना सिखाते है। होली हो या दिवाली, ईद हो या बैसाखी और ईस्टर हो या दशलक्षण पर्व, यह सब त्यौहार हम सबको सौहार्द और आपस में भाईचारे का पाठ सिखाते है।
आज हम होली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार का अद्भुत वर्णन करते हुए आपके समक्ष लेकर प्रस्तुत हुए है कुछ होली पर कविताएँ। हमें आशा है कि आप सबको इन कविताओं के जरिये होली के रंगों का महत्त्व आसानी से समझ आ सकेगा।
हमें आशा है कि आप सभी को यह Poems on Holi in Hindi अवश्य पसंद आयी होंगी। यह कविताएँ कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों के लिए उनके गृह कार्य में सहायता देंगी और होली जैसे पावन त्यौहार की विशेषता समझाने में मदद करेंगी।
आज हम होली जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार का अद्भुत वर्णन करते हुए आपके समक्ष लेकर प्रस्तुत हुए है कुछ होली पर कविताएँ। हमें आशा है कि आप सबको इन कविताओं के जरिये होली के रंगों का महत्त्व आसानी से समझ आ सकेगा।
होली पर कविताएँ | Poem on Holi in Hindi
![]() |
Poems on Holi in Hindi |
Poem on Holi in Hindi
होली आई रे!
सतरंगी रंगों से रंगने,
मन के सारे द्वेष को हरने,
सबके दिलों को अपना करने,
रंगीली होली आई रे!
देने होठों को सुनहरी मुस्कान,
देने प्रेम के नए खज़ाने,
जीवन को ख़ुशियों से महकाने,
मस्तानों की होली आई रे!
भूले-बिसरे यार मिलाने,
मन से मन का बैर मिटाने,
एक नया संसार बसाने,
ख़ुशियों की होली आई रे!
बोली में मिठास घोलने,
टूटे दिलों के तार जोड़ने,
आशाओं के नव द्वार खोलने,
नवरंगो की होली आई रे!
सतरंगी रंगों से रंगने,
मन के सारे द्वेष को हरने,
सबके दिलों को अपना करने,
रंगीली होली आई रे!
देने होठों को सुनहरी मुस्कान,
देने प्रेम के नए खज़ाने,
जीवन को ख़ुशियों से महकाने,
मस्तानों की होली आई रे!
भूले-बिसरे यार मिलाने,
मन से मन का बैर मिटाने,
एक नया संसार बसाने,
ख़ुशियों की होली आई रे!
बोली में मिठास घोलने,
टूटे दिलों के तार जोड़ने,
आशाओं के नव द्वार खोलने,
नवरंगो की होली आई रे!
- निधि अग्रवाल
Holi Par Kavita | होली पर कविता
होली का त्यौहार
लेकर रंगों की बौछार,
आया होली का त्यौहार।
भरने दिलों में सबके खुशियाँ,
और ढेर सारा प्यार,
आया होली का त्यौहार।
सतरंगी रंगों से रंग गए,
ये धरती और आकाश।
चहुँ ओर उड़े गुलाल,
हर मन में है उल्लास।
सौहार्दय के रंग से भरा है,
ये होली का त्यौहार।
गुझिया से भी मीठी है बोली,
देखो कितनी रंगीली है होली।
मस्तानों की लेकर टोली,
करते है सब खेल ठिठौली।
सब पर है छाया, देखो! गज़ब सा ख़ुमार,
आया होली का त्यौहार।
लेकर रंगों की बौछार,
आया होली का त्यौहार।
भरने दिलों में सबके खुशियाँ,
और ढेर सारा प्यार,
आया होली का त्यौहार।
सतरंगी रंगों से रंग गए,
ये धरती और आकाश।
चहुँ ओर उड़े गुलाल,
हर मन में है उल्लास।
सौहार्दय के रंग से भरा है,
ये होली का त्यौहार।
गुझिया से भी मीठी है बोली,
देखो कितनी रंगीली है होली।
मस्तानों की लेकर टोली,
करते है सब खेल ठिठौली।
सब पर है छाया, देखो! गज़ब सा ख़ुमार,
आया होली का त्यौहार।
- निधि अग्रवाल
हमें आशा है कि आप सभी को यह Poems on Holi in Hindi अवश्य पसंद आयी होंगी। यह कविताएँ कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों के लिए उनके गृह कार्य में सहायता देंगी और होली जैसे पावन त्यौहार की विशेषता समझाने में मदद करेंगी।
EDITED BY- Somil Agarwal
No comments:
Post a Comment